छितौनी इण्टर कालेज छितौनी-कुशीनगर
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सुशील कुमार, प्रधानाचार्य

नगर पंचायत छितौनी (कुशीनगर) का एकमात्र अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय छितौनी इण्टर कालेज, छितौनी, कुशीनगर की स्थापना महात्मा बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर के दक्षिण में नारायणी नदी की गोद, मदनपुर जंगल की विस्तृत छाया, चारो तरफ से हरियाली से घिरा लगभग 8 एकड़ में फैला यह विद्यालय शिक्षा के लिए समस्त आवश्यक उत्कृष्ट सुविधाओं से सुसज्जित है। ग्रामीण अंचल में विद्यालय न होने के कारण तथा विशेष रूप से बालिकाओं को शिक्षा से वंचित होने से बचाने के दृष्टिगत इस विद्यालय का शिलान्यास 17 अप्रैल 1959 को मा0 श्री केदारनाथ जी खेतान सदस्य विधान परिषद द्वारा तथा उद्घाटन 15 जुलाई 1959 को मा0 श्री पं0 कमलापति त्रिपाठी जी मा0 मन्त्री गृह, सूचना, सिंचाई एवं शिक्षा, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किया गया। इस विद्यालय का वर्तमान उद्देश्य ग्रामीण परिवेश के छात्र/छात्राओं के सर्वागीण विकास के लिए आधारभूत शिक्षा प्रदान कर सभी छात्रों की वास्तविक क्षमता को जांचकर उनके आत्मविश्वास में वृद्धि करना है। विद्यालय में छात्र-छात्राओं के जानने एवं सीखने की शैक्षणिक यात्रा में सर्वोत्तम गुणवत्ता वाला माहौल प्रदान करने के लिए माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड से चयनित प्रवक्ता, सहायक अध्यापकगण है तो साथ ही साथ योग्य एवं अनुभवी पी0टी0ए0 स्थानीय शिक्षक भी। ऐसे अनुभवी एवं समर्पित शिक्षकों के साथ-साथ संस्था के हर क्षेत्र में सहयोगात्मक भावना रखने वाले हमारें शिक्षणेत्तर कर्मचारी भी पाठ्य सहगामी क्रियाओं में मदद के लिए अनवरत प्रतिबद्ध रहते है। हमारी पहली प्राथमिकता समस्त छात्र/छात्राओं को एक बेहतर शैक्षिक माहौल प्रदान करना है, जिसमें न केवल शैक्षिक उत्कृष्टता पर ध्यान दिया जाता है बल्किा पाठ्य सहगामी क्रियाओं में छात्र/छात्राओं की रूचि का विशेष ध्यान दिया जाता है। कठिन परिश्रम, दृढ़ता, लगन, नवाचार एवं ईमानदार प्रयास को पुरस्कृत करने वाले नए समय के प्रतिस्पर्धी जगत में यदि छात्र/छात्राएं हमारे द्वारा उपलब्ध कराएं जाने वाली सुविधाओं, मददगार आन्तरिक प्रशासन एवं कदम-कदम पर राह दिखाते हुए साथ देने वाले शिक्षकों के साथ कड़ी मेहनत करेंगें तो हमें विश्वास है कि अध्ययनरत छात्र/छात्राएं जीवन के हर कदम पर सफलता प्राप्त करेंगें तथा संस्था भी प्रगति के पथ पर अग्रसर रहेगी। महात्मा बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर के साथ-साथ देव भूमि भारत की गरिमा में अभिवर्द्धन में समर्पित लगभग 63 वर्ष की शैक्षणिक यात्रा में योगदान देने वाले अपने सभी पुरातन छात्र/छात्रा सहित समस्त प्रधानाचार्य, शिक्षक/कर्मचारीगण, उच्चाधिकारीगण का आभार। विद्यालय की सफलता के लिए आवश्यक आधारभूत संरचना उपलब्ध कराने वाली सम्मानित प्रबन्ध समिति का विशेष धन्यवाद।